June 09, 2024
भाजपा राज में पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार परीक्षाओं के अंग: कुमारी शैलजा
चंडीगढ़/सिरसा, 08 जून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष, उत्तराखंड की प्रभारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य एवं सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस (इंडिया गठबंधन) की नवनिर्वाचित सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा राज में पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार परीक्षाओं के अंग बनते जा रहे हैं, नीट के परिणाम से भाजपा सरकार की एक और असफलता उजागर हुई है। भाजपा की मोदी सरकार देश के युवाओं को धोखा देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
एक ही सेंटर के 07 परीक्षार्थियों ने 720-720 अंक प्राप्त करना ही परीक्षा परिणाम पर उंगली उठाता है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन कर इस मामले की निष्पक्ष जांच शुरु करवाई जाए ताकि मेधावी प्रतिभावान युवाओं को न्याय मिल सके।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि भाजपा राज में पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार परीक्षाओं के अंग बनकर रह गए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के नतीजे में हुए धांधली के आरोपों को देखते हुए इसकी तत्काल सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। पार्टी ने नीट परीक्षा का पेपर लीक होने की शिकायतों की अनदेखी करने पर गंभीर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि भाजपा की मोदी सरकार देश के युवाओं को धोखा देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने सरकार ही नहीं परीक्षा का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को पेपर लीक और नतीजों में गड़बड़ी को लेकर आड़े हाथों लेते हुए यह आशंका भी जताई है कि कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए आम परिवारों के बच्चों को धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभ्यार्थियों के लिए भर्ती परीक्षाओं में भाग लेना, फिर अनेक अनियमितताओं से जूझना, पेपर लीक के चक्रव्यूह में फसना, उनके भविष्य से खिलवाड़ है। भाजपा ने देश के युवाओं को ठगा है। हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट की देख-रेख में एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए जिससे नीट व अन्य परीक्षाओं में भाग लेने वाले हमारे प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को न्याय मिले।
उन्होंने कहा कि सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि जिस परीक्षा में पिछले कुछ सालों में एआईआर-1 सिर्फ एक या दो बच्चों ने प्राप्त की उस परीक्षा में इस बार 67 बच्चों ने एआईआर-1 पर कब्जा किया। उन्होंने कहा कि देश के होनहार युवाओं की दिनों, हफ्तों, महीनों और सालों की मेहनत पर मोदी सरकार ने चंद घंटों में पानी फेर दिया। उन्होंने पूछा- क्या युवाओं के भविष्य को लेकर मोदी सरकार की कोई जवाबदेही है, क्या 24 लाख युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना, देश की अर्थव्यवस्था के साथ खिलवाड़ करना नहीं है? कुमारी सैलजा ने कहा कि इस परीक्षा परिणाम को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है, अभ्यर्थी और अभिभावक कोर्ट की शरण में जा रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है। लोगों का कहना है कि इस बार की नीट यूजी परीक्षा में कई गड़बड़िया हुई हैं।
कैथल में हुआ 96 लाख रुपये का छात्रवृति घोटाला
कुमारी सैलजा ने कहा कि पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार से हरियाणा भी अछूता नहीं है, पेपरलीक होना आम बात हो गई है। कैथल में 96 लाख रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले की खबर ने भ्रष्टाचार की एक नई इबारत लिख दी है। जहां एक ओर सरकारी संरक्षण और अधिकारियों की मिलीभगत से भ्रष्टाचारी अपनी जेबें भर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इन बच्चों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय में फाइलें धूल फांक रही हैं। उन फाइलों में छिपे हैं वे घोटाले, जिन्होंने न केवल राज्य के खजाने को चोट पहुंचाई है, बल्कि उन निर्दोष जीवनों के सपनों को भी कुचला है, जो आपकी सरकार से बेहतर कल की आशा रखते हैं। एससी बच्चों के हकों का हनन एक ऐसा कलंक है, जिसे धोना मुमकिन है। ये बच्चे, जिन्हें समाज के अंतिम पायदान पर रखा गया है, उन्हें शिक्षा के माध्यम से उठाने की बजाय, उनके हकों को छीनकर उन्हें और भी अधिक गहराई में धकेल दिया गया है।