May 13, 2023
भागवत जीवन दर्शन का ग्रन्थ है : सतबीर पखाला
फतेहाबाद: श्रीमद्भागवत कथा सुनने से जीवन में बदलाव आ जाता है। जिन पर परमात्मा की विशेष कृपा हुई है, वही इस कथा मंडप में पहुंचे हैं। श्री कृष्ण प्रणामी गौशाला बनगांव में जारी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में प्रवचन करते हुए मुख्य कथावाचक स्वामी श्री राजेन्द्रानंद जी महाराज ने श्रद्धालुओं को फरमाया कि जीव ईश्वर का स्वरूप होते हुए भी ईश्वर को पहचानने का प्रयत्न नहीं करता है। इसी कारण उसे आंनद की प्राप्ति नहीं होती है। इस मौके पर बनगांव गुफा धाम से श्री आत्माराम गिरी जी महाराज भी मौजूद थे।
स्वामी श्री राजेन्द्रानंद जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा जीवन जीने की कला का मार्ग दर्शन करता है। भागवत ज्ञान, वैराग्य को जागृत करने की कथा है। ज्ञान और वैराग्य मनुष्य के अंदर हैं, पर वह सोए हुए हैं। भागवत के अलावा अन्य कोई ग्रंथ नहीं जो मनुष्य मात्र को सात दिन में मुक्ति का मार्ग दिखा दे। इससे पूर्व मंगलाचारण के साथ व्यासपीठ को पूजन अर्चन किया गया। गत दिवस कथा समारोह में मुख्य यजमान के तौर पर पहुंचे प्रसिद्ध समाजसेवी एवं जिला परिषद के वार्ड नंबर 3 से भावी उम्मीदवार सतबीर सिंह पखाला मानावाली का प्रधान धर्मपाल जी बूगलिया एवं आयोजकों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि सतबीर पखाला ने गौशाला में 51000 रुपये सहयोग राशी के रूप में भेंट की। श्री पखाला ने ग्राम पंचायत बनगांव के मौजूद श्रद्धालुओं से हर संभव सहयोग देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भागवत जीवन दर्शन का ग्रंथ है। गौसेवा ही सबसे बड़ी सेवा है तथा गौमाता में सब देवी-देवताओं का वास होता है। आज बनगांव में ग्राम वासियों ने जो सम्मान दिया है, उसके लिए तहे-दिल से आभारी रहूंगा। इस मौके पर सचिव रघुबीर ढाका, कोषाध्यक्ष बंसी लाल बगडिया, बलवान फगेडिया, पूर्व प्रधान सुभाष चन्द्र ढाका, रामकुमार देवना, सुभाष भिगासरा, ब्लाक समिति मैम्बर मदन लाल, मुकेश कुमार, धर्मपाल रिणवा, रामसिंह ढाका सहित समस्त ग्रामवासी मौजूद थे।